नोटबंदी से आम आदमी को कोई फायदा मिलता नहीं दिख रहा है जनता को लग रहा था की अगर काला धन वापस आता है सरकार के पास तो लोन के क़िस्त में कटौती की जायेगी लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है जो लोग ईएमआई कम होने के आस लगाए बैठे थे उन्हें बड़ा धक्का लगा है.
नई क्रेडिट पॉलिसी का एलान करते हुए उर्जित पटेल ने रेपो रेट 6.25 फीसदी बरकरार रखा है इसका सीधा मतलब है की ब्याज दरो में कोई कटौती नहीं की जायेगी साथ ही उर्जित पटेल ने विकास दर कम होने की बात भी की नोटबंदी से पहले 7.6 फीसदी विकास दर का अनुमान था जो घटकर अब 7.1 फीसदी रहने की उम्मीद है.
बैंक एक से तीन दिन के लिए रिजर्व बैंक से कर्ज लेते हैं और इस कर्ज पर रिजर्व बैंक जिस दर से ब्याज वसूलता है उसे रेपो दर कहते है
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